Welcome to Sc Teacher welfare Association
अनुसूचित जाति शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन शिक्षा एवं शिक्षकों के हित की रक्षा सुरक्षा हेतु निरंतर संघर्षरत है, साथ ही संगठन आप सभी का ध्यान शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त प्रमुख समस्याओं की ओर आकृष्ट करना चाहता है जो निम्न है -
1. पुरानी पेंशन योजना अविलंब बहाल की जाए
2. सभी शिक्षकों को कैशलैस मेडिक्लेम सुविधा दी जानी चाहिए
3. समान वेतन को आधार मानते हुए सभी प्रकार के भत्ते केंद्र के समान होनी चाहिए
4. शिक्षा विभाग में प्रत्येक स्तर पर Citizen Charter तत्काल लागू होना चाहिए
5. बोर्ड के पारिश्रमिक को सीबीएसई के समान किया जाए
6. योग्यता व सेवा को आधार मानकर समय पद पदोन्नति होनी चाहिए एवं स्थानांतरण प्रक्रिया सरल एवं पारदर्शी बनाई जाए
7. माध्यमिक शिक्षा में प्रधानाचार्य के पदों को एकल पद न मानते हुए अन्य सेवाओं की तरह उन पर अनुसूचित जाति/ जनजाति के पर्याप्त प्रतिनिधित्व हेतु अनुपातिक आरक्षण का अविलंब लागू किया जाए
8. अनुसूचित जाति /जनजाति के शिक्षकों का जातिगत आधार पर उत्पीड़न, शोषण व उचित लाभ से वंचित करने वाले प्रधानाचार्य, प्रबंधकों / अधिकारियों के विरुद्ध संवैधानिक कार्रवाई की जाए
9. चयन बोर्ड से चयनित शिक्षकों को विद्यालयों के प्रबंधकों प्रधानाचार्य के द्वारा नियुक्ति कार्यभार ग्रहण करने देने या किसी भी प्रकार की बाधा उत्पन्न करने मानसिक अथवा आर्थिक शोषण सहित वाले संबंधित प्रधानाचार्य/ प्रबंधकों अधिकारियों के विरुद्ध आवश्यक रूप से दंडात्मक कार्यवाही होनी चाहिए
10. शिक्षा में समरूपता लाने के लिए सभी शिक्षण संस्थाओं में समान राष्ट्रीय पाठ्यक्रम नीति अनिवार्य रूप से लागू होनी चाहिए
11. उत्तर प्रदेश विधान परिषद में एम०एल०सी० शिक्षक एवं स्नातक वर्ग से चुने जाते हैं | उनमें भी विधानसभा सदस्यों की भांति आरक्षण व्यवस्था लागू की जाए |
12. वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों कर्मचारियों को सेवा सुरक्षा प्रदान करते हुए सभी वित्तविहीन विद्यालय को माध्यमिक शिक्षा अभियान के अंतर्गत लाया जाए
13. शारीरिक शिक्षा विषय को मुख्य विषय के रूप में लागू किया जाए
14. शिक्षकों के ज्ञान अर्जन हेतु छात्र हित में शासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों को भी एल०टी०सी० ( L० T० C० ) सुविधा दी जानी चाहिए |
साथियों समस्याएं और भी हैं और सभी का निराकरण व निवारण संगठन की शक्ति में निहित है व संगठन की ओर से समय-समय पर ज्ञापन आदि संबंधित अधिकारियों, मंत्रियों को दिए जाते रहे हैं | अतः सभी से अनुरोध है कि संगठन के कार्यक्रमों में अधिक से अधिक उपस्थिति व सहयोग से संगठन को मजबूत बनाएं |